तन्हाई की रातों में, दर्द की गहराइयों में खो जाता हूँ, रचनाएँ खोजने के लिए नीचे दी गई बॉक्स में हिन्दी में लिखें और "खोजें" बटन पर क्लिक करें “मेरे अकेलेपन का यही सबब है, कोई साथ नहीं और तन्हाई कभी कम नहीं।” अहमद फ़राज़ टैग : दिल शेयर कीजिए https://youtu.be/Lug0ffByUck